रेडियो जॉकी: जिनके साथ हम आईवीएफ के बारे में बात कर रहे हैं और, डॉक्टर आजकल इनफर्टिलिटी के मामले क्यों इतने बढ़ रहे हैं?
डॉ नुपुर: ये सही है की आजकल इनफर्टिलिटी की समस्या बहुत बढ़ गई है और इसके कुछ प्रमुख कारण हैं:
बढ़ती उम्र, पर्यावरण और बदलती जीवन शैली… जैसा कि हम सब देख रहे हैं आज कल महिला या पुरुष दोनो में ही शादी की उम्र बढ़ गई है और बढ़ती उम्र से अण्डों या शुक्राणु दोनो की गुणवत्ता में कमी आती है और प्रजनन क्षमता कमजोर होती है। 35 साल की उम्र के बाद महिलाओं में ये कमी बहुत तेजी से होती है और पुरुषो में 40 की उम्र के बाद।
दुसरा बहुत प्रमुख कारण जो देखा गया है वो है पर्यावरण। पर्यावरणन कारणों में खानपान में बढ़ती परिंशन और पेस्टिसाइड्स की मात्रा हमारे प्रजनन तंत्र पर बहुत ही गहरा प्रभाव डाल सकती है।
उसी तरह से बदलती जीवन शैली जैसे कि एक्सरसाइज न करना, नींद पूरी न होना, खराब पोषण, धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन, ये सभी प्रजनन क्षमता को कमजोर बनाता है और उस पर दुष्प्रभाव डालता है।
रेडियो जॉकी : डॉक्टर इनफर्टाइल कपल्स के लिए क्या ट्रीटमेंट ऑप्शंस अवेलेबल हैं?
डॉ नुपुर: इनफर्टिलिटी के उपचार से पहले उसका कारण जानना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि उसी के अनुसार ट्रीटमेंट प्लान किया जाता है, कुछ मरीजों में हार्मोनल इम्बैलेंसेस होते हैं, जिस वजह से महिलाओं में ओव्यूलेशन में डिस्टर्बेंस होता है और पुरुषों में शुक्राणु की कमी हो सकती है, इसका इलाज दवाइयों द्वारा किया जाता है और जीवन शैली में परिवर्तन की सलाह दी जाती है- जैसे की रेगुलर एक्सरसाइज करना, अत्यधिक वजन है तो वजन कम करना, पौष्टिक आहार लेना; इन सभी चेंजेस से इम्प्रूवमेंट होता है और ज़्यादातर मरीज़ प्रेगनेंट होने में सफल होते हैं। जिन मरीजों में अन्य समस्याएं पाई जाती हैं या जिन मरीजों में जीवनशैली के परिवर्तन के बावजूद भी प्रेगनेंसी में सफलता नहीं मिलती है, ऐसे मरीजों में एडवांस तकनीक जैसी की आईयूआई या आईवीएफ का इस्तमाल उपचार के लिए किया है।
रेडियो जॉकी: थैंक यू डॉक्टर फॉर सच वैल्युएबल एडवाइस.
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